दिल्ली। (रिपोर्ट- अनिल सिंह) दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपी और आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन की सदस्यता को पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने खत्म कर दिया है। पूर्वी दिल्ली नगर निगम की बीते बुधवार को हुई बैठक में ताहिर हुसैन की सदस्यता समाप्त करने का प्रस्ताव पास किया था। जिसके बाद गुरुवार को सदस्यता रद्द करने की जानकारी निगम की ओर से सार्वजनिक की गई। ताहिर हुसैन पर हुई इस कार्रवाई का बीजेपी के अलावा कांग्रेस ने भी स्वागत किया है।
आम आदमी पार्टी की टिकट पर पार्षद का चुनाव जीतने वाले ताहिर हुसैन को इससे पहले पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था। इससे पहले बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपी ताहिर हुसैन को बचाने का आरोप लगाया था। कड़कड़डूमा कोर्ट की ओर से दिल्ली दंगों के पीछे ताहिर हुसैन की मुख्य भूमिका होने की बात कहने के बाद बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा था।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने बयान जारी करके कहा कि वार्ड संख्या 59 से पार्षद ताहिर हुसैन ने जनवरी से लेकर जुलाई तक हुई सदन की बैठक में बिना सूचना दिए अनुपस्थित रहे। नियमों के मुताबिक बिना सूचना दिए सदन की तीन बैठकों से अनुपस्थित रहने पर सदस्यता समाप्त की जा सकती है। इस आधार पर नगर निगम ने उसकी सदस्यता समाप्ति का फैसला किया।
दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपी पार्षद की सदस्यता खत्म करने का श्रेय बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने प्रदेश अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता को दिया। प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि खेद का विषय है कि केजरीवाल सरकार ताहिर हुसैन को बचाने के लिए कानूनी बाधाएं बना रही है।
दिल्ली दंगे में आम आदमी पार्टी के पार्षदों की भूमिका को लेकर बीजेपी और कांग्रेस केजरीवाल को घेरने की कोशिश कर रही है। अब सवाल इस बात का क्या दंगे में केवल एक ही व्यक्ति दोषी है।