West Bengal Election : बंगाल चुनाव में भाजपा और TMC के बीच सत्ता की लड़ाई तेज हो रही है। जैसे जैसे चुनाव करीब आता जा रहा है वैसे वैसे नेताओं की भाषा बदल रही है । चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी द्दारा भाषण के दौरान कथित तौर पर सांप्रदायिक लहजा का प्रयोग किया था जिसकी शिकायत भाकपा केंद्रीय समिति की सदस्य कृष्णन ने शिकायत करने हुए बताया है कि 29 मार्च को शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में नफरत भरा भाषण दिया ।
जिस पर चुनाव आयोग ने एक्शन लेते हुए बृहस्पतिवार को शुभेंदु अधिकारी को नोटिस जारी किया जिसका जवाब उन्हें 24 घंटे के अंदर देना होगा । इससे पहले बुधवार को चुनाव आयोग ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 3 अप्रैल को दिए गए भाषण को लेकर भी नोटिस जारी किया था जिसका जवाब उन्हें 48 घंटे के अंदर देना था ।
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ममता बनर्जी ने भाषण के दौरान अल्पसंख्यक वोटों के बंटवारे ना होने देने की अपील की थी । बता दें दामजूर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि ” मैं हर किसी से एकजुट होकर मतदान करने के लिए कह रही हूं, न कि किसी को बांटने की कोशिश कर रही हूं। अब तक नरेंद्र मोदी के खिलाफ कितनी शिकायत दर्ज हुईं? वह तो रोजाना हिंदू-मुस्लिम करते रहते हैं “
जिसे देखते हुए चुनाव आयोग ने बताया है कि प्रावधानों के तहत किसी दूसरे राजनीतिक दल की तुलना उसके अतीत में किए गए कार्यक्रमों व नीतियों के आधार पर ही होनी चाहिए । इसके साथ ही वोट हालिस करने के लिए जाति व संप्रदाय के आधार पर कोई अपील नही की जाएगी । चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर बताया है कि चुनाव में आचार संहिता के कुछ प्रावधानों का उल्लंघन हुआ है ।