दिल्ली। प्रॉविडेंट फंड(पीएफ) का प्रबंधन देखने वाले कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ट्रस्टी की बुधवार को हुई बैठक में प्रॉविडेंट फंड पर ब्याज दरें घटाने और आंशिक भुगतान ही करने का फैसला लिया है। इस बार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन दो किस्तों में भुगतान करेगा।
आपको बता दें, ईपीएफओ ट्रस्टी की बुधवार को हुई बैठक में प्रॉविडेंट फंड पर 8.50 प्रतिशत की तय दर में से फिलहाल 8.15 प्रतिशत ब्याज का भुगतान करने का फैसला किया गया है। संगठन इस वित्तीय वर्ष के लिए प्रॉविडेंट फंड पर पर तय ब्याज दरें नहीं चुका पाएगी और इस बार ब्याज दर दो किस्तों में मिलेगी।
जानकारी के अनुसार, प्रॉविडेंट फंड पर 8.50 प्रतिशत की तय दर में से फिलहाल 8.15 प्रतिशत ब्याज का भुगतान होगा। वहीं इसी वर्ष दिसंबर तक शेष 0.35 प्रतिशत ब्याज का भुगतान सब्सक्राइबर्स के ईपीएफ खातों में कर दिया जाएगा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ट्रस्टी की बुधवार को हुई बैठक में प्रॉविडेंट फंड के ब्याज भुगतान का यह मुद्दा लिस्टेड नहीं था लेकिन कुछ ट्रस्टियों ने पीएफ खातों में ब्याज अदायगी में देरी का मुद्दा उठाया। फिर इस पर चर्चा हुई।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने इससे पहले एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में निवेश किए गए अपने फंड को बाजार में बेचने का प्लान बनाया था। ईपीएफ सब्सक्राइबर्स को 8.5 प्रतिशत की दर से ब्याज का पूरा भुगतान करने के लिए यह फैसला लिया गया था, मगर कोरोना महामारी की वजह से बाजार में भारी उठापटक के चलते ऐसा नहीं हो पाया।
ईपीएफओ ट्रस्टी बोर्ड के अध्यक्ष श्रम मंत्री संतोष गंगवार हैं। उन्होंने कहा है कि बोर्ड ने इस साल मार्च में हुई बैठक में प्रॉविडेंट फंड पर 2019- 20 के लिए 8.5 प्रतिशत की दर से ब्याज देने का फैसला किया है। वहीं सूत्रों के अनुसार वित्त मंत्रालय पिछले वित्त वर्ष के लिए प्रॉविडेंट फंड पर 8.5 प्रतिशत की दर ब्याज देने के फैसले पर अपनी सहमति पहले ही जता चुका है।