कुंडली बॅार्डर ( रिपोर्ट- कविता शर्मा ) : कृषि कानूनों के खिलाफ कुंडली और सिंघु बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है जैसे जैसे किसानों की मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है वैसे-वैसे किसानों का गुस्सा भी बढ़ रहा है कुंडली बॉर्डर पर धरने में शामिल होने आए गांव सिसाना निवासी राजवीर और पंजाब का जिला मोगा के रहने वाले हनसा सिंह की मौत हो गई ।
बताया जा रहा है कि दोनों ही किसान खाना खाने के बाद सो गए और बाद में उनकी तबीयत बिगड़ जाने से मौत हो गई। हंसा सिंह लघुशंका के लिए गए थे। इसी दौरान वह बेसुध होकर गिर गए और उन्हें चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। वहीं सिसाना के किसान का शव परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार कर दिया ।
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किसानों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ने से किसानों ने सरकार के प्रति रोष जाहिर किया है किसानों की लगातार हो रही मौत के लिए किसानों ने सरकार को जिम्मेवार ठहराया और कहा कि सरकार कितनी और कुर्बानी लेगी ।
वही कुंडली थाना पुलिस ने सोनीपत के सामान्य अस्पताल में मृतक किसान का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया पुलिस अंदेशा जता रही है कि किसान की मौत हार्ट अटैक से हुई है। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही मौत की असल वजह का खुलासा हो सकेगा फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है ।
बहराल नवंबर से कुंडली बॉर्डर पर चल रहे धरने में अब तक कई किसानों की जान जा चुकी हैं लेकिन किसानों का हौसला नहीं डगमगाया । किसानों ने कहा कि जो किसान इस दौरान शहीद हुए हैं उनकी शहादत को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा और किसान जब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक कि वह इन कानूनों को रद्द नहीं करवा देते ।