किसान आंदोलन पर लगातार डटे हुए किसानों को एक लंबा समय हो चुका है लेकिन इस आंदोलन का समाधान क्या है यह ना तो सरकार तय कर पा रही है और ना किसान सुनने को तैयार क्योंकि सभी किसान एक बात पर अड़े हैं कि कृषि कानून को खत्म करें और MSP पर कानून बनाए ।
इसी सफर में किसानों ने कई बार जोर लगाया ताकि सरकार उनकी बात समझे, ताकि वह सरकार पर दवाब बना सकें जिनमें से 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली हिंसा भी एक है जिसने आंदोलन पर गहरा असर डाला था । इसी बीच आज किसान संगठनों ने देशभर में रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया है जिसके तहत दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर में ट्रेनें रोकी जाएंगी ।
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गौरतलब है कि किसान पंजाब, हरियाणा,यूपी समेत पश्चिम बंगाल की ट्रेनों पर विशेष नजर रखेंगे किसानों के रेल चक्का जाम को देखते हुए रेलवे स्टेशनों और रेल पटरियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है । रेलवे ने स्पेशल फोर्स की 20 अतिरिक्त कंपनियां तैनात कर दी है ।
बता दें किसानों का दावा है कि रेल रोको आंदोलन’ में गांवों के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे इसके साथ ही किसान नेताओं ने कहा है कि बीच रास्ते में ट्रेने नहीं रोकी जाएगी केवल स्टेशन पर ही ट्रेने रोकी जाएंगी ।बता दें किसान इंजन पर फूल चढ़ाकर रेल रोकेंगे और यात्रियों को नाश्ता कराएंगे इसके साथ ही किसान यात्रियों को देश में बढ़ रही महंगाई और अन्नदाताओं की समस्याओं से अवगत कराएंगे ।