नई दिल्ली (रिपोर्ट- विश्वजीत झा): दिल्ली का पहला कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय शुरू हो गया है। आईआईएम की प्रोफेसर रह चुकीं प्रोफेसर निहारिका वोहरा को विश्वविद्यालय का पहला उप कुलपति बनाया गया है। इसकी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवल ने कहा कि इस यूनिवर्सिटी से निकलने वाले युवाओं को नौकरी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
I am excited that the first meeting of “Delhi Skill and Entrepreneurship University” took place today. I met all Board members | LIVE https://t.co/ZxEJBRAAJh
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 12, 2020
दिल्ली में अब वह दिन दूर नहीं जब यूनिवर्सिटी से निकलने वाले युवाओं को नौकरी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। या तो कंपनियां उन्हें ले लेंगी या फिर वह खुद अपना बिजनेस शुरू कर पाएंगे कर पाएंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कौशल एवम उद्यमिता विश्वविद्यालय के उपकुलपति और बोर्ड मेंबर्स के साथ पहली बैठक की । केजरीवाल ने कहा की विश्वविद्यालय में कोर्स का डिजाइन ही ऐसा किया जाएगा ही ऐसा किया जाएगा कि यहां से पास होकर निकलने वाले छात्र बेरोजगार ना रहे।
आईआईएम की प्रोफेसर रहीं निहारिका वोहरा को यूनिवर्सिटी का पहला वाइस चांसलर बनाया गया है। इसके अलावा बोर्ड मेंबर्स के तौर पर भी एक्सपर्ट की टीम लगाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के युवाओं के लिए ये बड़ा अवसर है।
Also Read- अगर पहले नहीं दे पाए NEET की परीक्षा तो अब सुप्रीम कोर्ट ने दिया दूसरा मौका
दिल्ली सरकार ने बीते साल में दिल्ली में कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा की थी ताकि डिग्री लेने के बाद युवाओं को रोजगार के लिए भटकना न पड़े हालांकि सत्र की शुरुआत अगले साल से होगी लिहाजा यूनिवर्सिटी कितना उपयोगी है इसका पता लगने में अभी 2 साल और लग सकते हैं।