नोएडा– गौतम गंभीर…भारतीय क्रिकेट की दुनिया का ऐसा नाम जिसने शायद सबकुछ किया लेकिन कभी उसका फल और खास सराहना उनको नहीं मिली। जी हां भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर टेस्ट, वनडे ओर टी20 के शानदार खिलाड़ी रहे है…जब-जब मौका मिला उन्होंने खुद को साबित किया, लेकिन उनका जिस तरह से क्रिकेट को अलविदा कहना हुआ वो शायद किसी भी क्रिकेट फैन को रास नहीं आया होगा। गौतम गंभीर आज अपना 39 वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस अवसर पर आइए जानते हैं उनके करियर से जुड़े कुछ खास लम्हे।
2007 World T20-winner ?
2011 World Cup-winner ?
242 international matches, 10,324 runs ? ?Wishing @GautamGambhir a very happy birthday. ??#TeamIndia pic.twitter.com/UaERKjQUOH
— BCCI (@BCCI) October 14, 2020
कैसे बने भारत की दूसरी ‘दीवार’?
जब न्यूज़ीलैंड के खिलाफ नेपियर टेस्ट में भारत संकट में नजर आ रही थी। ऐसे में गंभीर ने 647 मिनट क्रीज पर बिताए थे। इस दौरान उन्होंने 436 गेंदों में 137 रन बनाए थे। जिसके बाद गंभीर को भारत की दूसरी दीवार कहा जाने लगा। हालांकि भारत के लिए सबसे ज्यादा क्रीज पर समय बिताने का रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ के नाम है।
जब गंभीर ने कोहली को दिया अपना ‘मैन ऑफ द मैच’ अवार्ड
गौतम गंभीर बड़े-बड़े रिकॉर्ड रखने के साथ दिल भी बड़ा रखते है ओर सीनियर-जूनियर खिलाड़ियों का सम्मान भी करते हैं। ऐसा कई बार देखने को भी मिला है, लेकिन दिल छू जाने वाला दृश्य जब देखने को मिला जब गंभीर ने अपना मैन ऑफ द मैच अवार्ड कोहली को दिया।
दरअसल बात है 24 दिसंबर 2009 की। कोलकाता के ईडन गार्डन में भारत और श्रीलंका के खिलाफ मुकाबला खेला गया, जिसमे 316 रनों के पीछा करते हुए भारत ने जल्द ही सचिन ओर सहवाग के विकेट गंवा दिए थे। जिसके बाद सभी की उम्मीदें थीं बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर और युवा विराट कोहली से। गंभीर ने बड़ी सूझ-बूझ के साथ पारी को आगे बढ़ाया। दोनों के बीच पहले 50, फिर 100, फिर 150 और फिर 200 रन की साझेदारी हुई।
इस बीच विराट कोहली ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक पूरा किया। हालांकि, विराट कोहली 114 गेंदों में 107 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन दूसरे छोर पर गौतम गंभीर ने नाबाद 150 रन बनाए और दिनेश कार्तिक के साथ मिलकर भारतीय टीम को 7 विकेट से जीत दिलाई।
पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में रवि शास्त्री ने 150 रन की नाबाद पारी खेलने वाले गौतम गंभीर का नाम मैन ऑफ द मैच अवार्ड के लिए पुकारा। गौतम गंभीर अवार्ड देने वाले लोगों के पास आए और रवि शास्त्री से बोला कि विराट कोहली को बुलाए और उसे मैन ऑफ द मैच दो, क्योंकि वो ये डिजर्व करता है।
जब गंभीर की दिलेरी को भुलाकर कोहली उनसे भिड़े !
ये बात है आईपीएल 2013 की। चीजें तब खराब हो गयीं थीं जब केकेआर और आरसीबी के हो रहे मुकाबले के दौरान गंभीर और कोहली आमने सामने बहस करने लगे। विराट कोहली मैच के दसवें ओवर में स्वीपर कवर में कैच आउट हो गये। गंभीर और उनकी टीम बीच में आकर उत्सव मना रही थी। जहां दोनों के बीच बहस हो गयी।
इस दौरान गंभीर को कोहली पर काफी गुस्से में देखा गया। साथ ही कोहली भी शोर्ट कवर की तरफ बढ़ते हुए दिखे थे। रजत भाटिया ने तब इन दोनों में बीच बचाव करवाया। अंपायर और फील्डर ये देखकर हैरान रह गये और उन्होंने भी इन दोनों को शांत करवाया। हालांकि मैच के बाद दोनों ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया।
वक्त कभी एक सा नहीं होता…ये शायद वही विराट कोहली थे जिनको गौतम गंभीर ने उनके करियर के शुरुआती दौर में अपना मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया था। लेकिन वक्त का पहिया देखिए कि चार साल बाद ही ये दोनों एक दूसरे से पूरी दुनिया के सामने उलझ गए।
Here’s wishing the two-time IPL-winning captain @GautamGambhir a very happy birthday. ?? pic.twitter.com/a4IhCYun5z
— IndianPremierLeague (@IPL) October 14, 2020
फिलहाल इन सभी चीजों के परे गौतम गंभीर का भारतीय क्रिकेट के लिए योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। चाहें 2007 टी-20 वर्ल्ड कप की बात हो या 2011 वनडे विश्व कप दोनों मौकों पर शुरुआती क्रम में आकर गंभीर ने ही भारत की जीत की नींव रखी है। इसका श्रेय उनको कोई और दे ना दे लेकिन एक सच्चा क्रिकेट फैन उन्हें हमेशा अपनी इस उपलब्धि के लिए याद रखेगा।