नई दिल्ली: देश बेसब्री से जिसका इंतजार कर रहा था वो इंतजार अब खत्म हो चुका है। देश को कोरोना वैक्सीन की खुशखबरी मिल गई है। DCGI ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है।
केंद्र सरकार ने भी लोगों तक कोरोना की वैक्सीन को पहुंचाने के लिए कमर कस ली है। नक्सल प्रभावित इलाकों से लेकर टीकाकरण के केंद्रों पर सुरक्षा से लेकर भीड़ को संभालने तक का प्लान तैयार है।
वैक्सीन के लिए कोल्ड चैन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे बिजली सप्लाई की सुविधा के साथ सरकार रोल आउट के लिए तैयार है।
कोरोना महामारी के खिलाफ इस टीकाकरण अभियान में स्वास्थ्य मंत्रालय के अलावा करीब 20 मंत्रालय और 23 विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कई मंत्रालय और विभाग वैक्सीन को लोगों तक पहुंचाने की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं। सभी कार्य नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन ऐडमिनिस्ट्रेशन के दिशा-निर्देश के अनुसार हो रहा है।
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टीकाकरण को लेकर जारी एसओपी में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोऑर्डिनेशन मैकेनिज्म को राष्ट्रीय, राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर पहले ही तय कर लिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के अनुसार, टीकाकरण का काम चुनाव प्रक्रिया के तहत हर बूथ लेवल पर किया जाएगा। इसके लिए देश के 719 जिलों में 57 हजार लोगों ने ट्रेनिंग में हिस्सा लिया।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि अब तक वैक्सीन लगाने वाले 96 हजार लोगों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। टीकाकरण के इस अभियान में शहरी विकास, राजस्व विभाग, पीडब्ल्यूडी और पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग विभाग, टीकाकरण केंद्र के चुनाव में मदद कर रहे हैं।
यूनिवर्सल इम्युनाइजेशन प्रोग्राम के तहत जिस भी साइट्स का इस्तेमाल किया जा सकता है, किया जाएगा। यूपीआई के तहत भारत में करीब 28,900 से अधिक कोल्ड चेन पॉइंट्स और 85,000 से ज्यादा उपकरण मौजूद हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय इस नेटवर्क के विस्तार की बात को लगातार दोहरा रहा है और इसके लिए पशुपालन और खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग को भी इसमें शामिल कर लिया गया है।
खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग वैक्सीन के लिए कोल्ड चेन पॉइंट्स उपलब्ध कराने और ट्रांसपोर्टेशन में सहयोग करेगा। वहीं, पशुपालन विभाग कोल्ड स्टोरेज पॉइंट्स में उपकरणों की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगा।
आयुष, महिला बाल विकास विभाग और अन्य विभाग टीकाकरण केंद्र पर भीड़ को मैनेज करने में सुरक्षा बलों का सहयोग करेंगे।
खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग को वैक्सीन केंद्र पर बायोमेट्रिक फिंगर प्रिंट के उपकरण को लगाने के लिए कहा गया है। टीकाकरण केंद्र पर व्यवस्था को दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग को सौंपी गई है।