गुजरात की राज्य सरकार ने रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट के सैंपल लेने के लिए प्राइवेट लैब्स को अनुमति देने का फैसला लिया है। कल शाम जारी अधिसूचना के मुताबिक, जिलों या नगर निगमों में मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी निजी प्रयोगशालाओं को अनुमति देंगे, जो कुछ शर्तों को पूरा करते हैं। गुजरात सरकार ने प्राइवेट लैब्स को एलिसा और सीएलआईए एंटीबॉडी टेस्ट करने की अनुमति देने का निर्णय लिया है।
एंजाइम–लिंक्ड इम्यूनोसॉर्बेंट एसे और केमिलुमिनेसेंस एनजाइम इम्युनोएसेस एंटीबॉडी टेस्ट, सीरोलॉजिकल टेस्ट के प्रकार हैं। इसके नतीजों से पता चलेगा कि कितने लोग COVID-19 से संक्रमित थे और बरामद किए गए हैं, जिनमें स्पर्शोन्मुख भी हैं। यह भविष्य में वायरस के पुनर्जीवन के मामले में यह निर्धारित करने में भी मदद करेगा कि वायरस कितनी दूर तक फैल चुका है।
एंटीबॉडी टेस्ट के जरिये से इक्ट्ठा किए गए सभी डेटा कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए रणनीतियों को बेहतर बनाने में मदद करेंगे। इस बीच, गुजरात में COVID-19 के 1,311 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि पिछले 24 घंटों के दौरान 1,414 मरीज बरामद हुए हैं। रिकवरी दर में और सुधार हुआ है और यह 86.35 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
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