ओलंपिक में भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने ब्रोन्ज मेडल जीत लिया है। जर्मनी के साथ वीरवार सुबह 7 बजे शुरू हुए मैच में भारतीय टीम पर जर्मनी ने मैच की शुरूआत के साथ ही दूसरे मिनट में गोल कर बढ़त बना ली थी। जर्मनी एक गोल के साथ पहले र्क्वाटर तक बढ़त बनाए हुए था। भारत मैच शुरू होने के बाद 5 मिनट बाद मिले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल नहीं पाया था।
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दूसरे र्क्वाटर में भारतीय खिलाडि़यों ने जोरदार खेल दिखाया और पहला गोल कर मैच को 1-1 की बराबरी पर ला दिया। भारत के लिए सिमरनजीत ने दूसरे र्क्वाटर में पहला गोल किया। दूसरे ही र्क्वाटर में जर्मनी ने दो गोल किये और भारत 3-1 से पिछड़ गया था लेकिन भारत के हार्दिक सिंह और हरमनप्रीत सिंह ने दो गोल किये और टीम को बराबरी पर ला दिया। तीसरे र्क्वाटर में भारतीय टीम ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर भारत को 4-3 से बढ़त दिला दी और इसके बाद भारत की ओर से 5वां गोल किया गया जिसके बाद टीम इंडिया ने जर्मनी के 3 गोल के मुकाबले 5 गोल कर शानदार बढ़त दिला दी। चौथे र्क्वाटर मे जर्मनी की ओर से चौथा गोल किया गया और स्कोर 5-4 हो गया।
इसके बाद मैच को भारतीय टीम ने 5-4 से जीत लिया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने ओलंपिक में ब्रोन्ज मेडल भी जीत लिया है। खास बात ये है कि भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने ओलंपिक में 1980 के बाद मेडल जीता है।