चंडीगढ़। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस द्वारा मोदी सरकार के किसान-मजदूर-आढ़ती विरोधी तीन काले कानूनों के विरूद्ध 21 सितंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना और प्रदर्शन किए जायेंगे। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सैलजा उस दिन जींद में पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस के नजदीक कोर्ट मोड़ पर सुबह 10 बजे धरने का नेतृत्व करेंगी।
कुमारी सैलजा ने पार्टी के समस्त नेताओं व कार्यकत्र्ताओं को 21 सितंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन करके इन काले कानूनों के विरोध आवाज बुलंद करने को कहा है। प्रदर्शन के बाद महामहिम राष्ट्रपति महोदय के लिए संबंधित जिला उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
कुमारी सैलजा ने कहा कि इन काले कानूनों द्वारा मोदी सरकार कृषि उत्पाद की बिक्री की व्यवस्था पर कुठाराघात करने जा रही है। इन काले कानूनों द्वारा एनडीए सरकार उद्योगपतियों को चोर दरवाजे से कृषि क्षेत्र में लाने का षडयंत्र रच रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने नोटबंदी, जीएसटी की गलत प्रणाली और कोविड महामारी के संबंध में गलत निर्णय लेकर देशवासियों को तबाही के कगार पर ला खड़ा किया है और अब इन तीन काले कानूनों से किसान-मजदूर-आढ़ती बिल्कुल बर्बाद हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी केंद्र में एनडीए और राज्य में भाजपा-जजपा सरकारों के कुशासन के विरूद्ध संघर्ष निरंतर जारी रखेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास दमन के विरूद्ध संघर्ष का रहा है। पहले स्वाधीनता के लिए विदेशी शासन के विरूद्ध संघर्ष किया था और अब भाजपा के कुशासन और दमनचक्र के विरूद्ध बैखौफ होकर संघर्ष जारी रखेगी और इसके लिए कांग्रेस के नेताओं अथवा कार्यकर्ताओं को चाहे लाठी खानी पड़े या जेल जाना पड़े।
गौरतलब है, पिछले कुछ दिनों से हरियाणा में किसान, आढ़ती कृषि संबंधी तीन अध्यादेशों के विरोध मेंं केंद्र और प्रदेश की खट्टर सरकार के खिलाफ हल्ला बोले हुए हैं। वहीं पीपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बाद से इस मुद्दे पर हरियाणा की सियासत और भी गरमा गई है।