कोरोना काल में क्लास हो या पेरेंट्स और टीचर के बीच बातचीत सभी वर्चुअल तरीके से हुआ है। वहीं शनिवार कों हुई पेरेंट्स मीटिंग में ज्यादातर सभी छात्रों के माता-पिता ने टीचर्स से मुलाकात की। शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूल में हर क्लास रूम का राउंड लगाया और वहां मौजूद बच्चों और उनके माता-पिता से बातचीत की। पेरेंट्स-टीचर मीटिंग के बारे में मनीष सिसोदिया ने कहा की ‘यह बहुत ज़रूरी था। उन्होंने कहा बच्चों के बीच जो लर्निंग गेप आया है उसको पैरेंट्स और टीचर्स दोनों को मिलकर भरना है। वही सिसोदिया ने आगे कहा, ऑनलाइन का मॉडल बंद हो गया है। अब से ऑफलाइन ही पढ़ाई हो रही है, बच्चों के अंदर चाहे किसी भी लेवल का हो एक अवसाद आया है उस पर भी काम किया जाएगा। बच्चों को मेडिटेशन सिखाते हैं और अगले 3 महीने इमोशनल लर्निंग गैप इसी पर काम किया जाएगा। कोरोना के बाद अब जब सुचारू रूप से सभी स्कूल खुल चुके हैं और पहले की तरह ही क्लास शुरू हो गई हैं तो ऐसे में बच्चों के लिए 2 साल बाद वापस उसी रूटीन में आना और 2 साल के अंदर जो बच्चों के अंदर एंज़ाइटी और स्ट्रेस जैसी परेशानियां पैदा हुई उसको दूर करने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से मेडिटेशन पर काम किया जाएगा।
Read Also दिल्ली के CM केजरीवाल और पंजाब के CM भगवंत मान ने अहमदाबाद में साबरमती आश्रम का दौरा किया
वही दूसरी पीटीएम मे पहुंचे पेरेंट्स ने भी कहा कि वह चाहते हैं कि अब बच्चे पहले की तरह ही स्कूल जाना शुरू कर दें, क्योंकि करने के कारण बच्चों की पढ़ाई पर काफी असर पड़ रहा था। ऑनलाइन के जरिए बच्चों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इसके कारण सही प्रकार से बच्चे अपनी पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे, लेकिन अब ऑफलाइन मोड के जरिए स्कूलों में पढ़ाई होगी तो सभी बच्चे अच्छे से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे और शिक्षा को लेकर जो हमें चिंता हो रही थी वह भी दूर हो सकेंगी।
वही मेगा पीटीएम में आए छात्रों ने कहा कि अब ऑफलाइन मोड के जरिए पढ़ाई होने से हमें कई प्रकार की जो परेशानियां हो रही थी उस से भी निजात मिल सके। वहीं छात्रों ने कहा कि अब हम अपने टीचर्स के साथ ही ओने टू ओने बात कर सकेंगे। जिससे हमारी हमारी पढ़ाई सही तरीके से हो पाएगी। ऑनलाइन क्लास के चलते कई छात्र ऑनलाइन क्लास भी नहीं दे पा रहे थे लेकिन अब एक बार फिर पूर्ण तरीके से ऑफलाइन क्लासेस हो जाने पर छात्रों ने भी अपनी खुशी जाहिर की।