नई दिल्ली (कुलदीप शर्मा की रिपोर्ट)– दिल्ली में अब तक कोरोना से 30 से ज्यादा एमसीडी कर्मचारियों की मौत हो चुकी है, लेकिन दिल्ली सरकार ने अब तक सिर्फ एक सफाई कर्मचारी को एक करोड़ का मुआवजा दिया है। कोरोना से जान गवाने वाले सफाई सैनिकों को सरकारी मुआवजे का इंतजार है।
कोरोना वायरस एमसीडी के कर्मचारियों पर काल बनकर टूटा है। कातिल कोरोना अब तक तीनों एमसीडी में 30 से ज्यादा कर्मचारियों की जिंदगी छीन चुका है। कोरोना की वजह से जिन कर्मचारियों की मौत हुई है उनमें से 20 वो सफाई कर्मचारी है जिन्होंने दिल्ली को कोरोना से बचाने हुए अपनी जान गंवा दी।
Also Read- श्री दादा देव अस्पताल में ऐप और ऑनलाइन ओपीडी अपॉइंटमेंट व्यवस्था का शुभारंभ, CM केजरीवाल ने किया उद्घाटन
एमसीडी के सफाई कर्मचारी कोरोना काल में कंटेनमेंट जोन्स में लगातार सैनिटाइजेशन और साफ सफाई का जोखिमभरा काम कर रहे हैं। इसी वजह से सफाई कर्मचारी बड़ी संख्या में कोरोना की चपेट में आए हैं। लेकिन कोरोना की वजह से जान गवा चुके 20 सफाई कर्मचारियों में से अब भी 19 कर्मचारियों को दिल्ली सरकार से कोरोना योद्धा का दर्जा मिलने और एक करोड़ के सरकारी मुआवजे का इंतजार है । दिल्ली सरकार ने अब तक सिर्फ एक सफाई कर्मचारी के परिवार को ही एक करोड़ का मुआवजा दिया है। कांग्रेस मुआवजे के मुद्दे पर सड़क से दिल्ली सरकार पर हल्ला बोल रही है।
मुआवजे का ये मुद्दा कांग्रेस के लिए एमसीडी चुनाव के मद्देनजर एक बड़ा मुद्दा है। बहरहाल मुआवजे की इस सियासत के बीच बड़ा सवाल यही है कि दिल्ली सरकार सफाई सैनिकों के जख्मों पर मुआवजे का मरहम कब लगाएगी।