सिरसा। ( रिपोर्ट-सतनाम सिंह ) केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि संबंधी तीन अध्यादेशों और खराब फसल के मुआवजे की मांग को लेकर हरियाणा में किसानों का रोष थमने का नाम नहीं ले रहा है। धरना प्रदर्शन और चेतावनी देने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में सिरसा लघु सचिवालय में धरना दे रहे किसानों के समर्थन में पहुंचे महम के विधायक बलराज कुंडू ने आज राज्य के गृहमंत्री अनिल विज को लेकर विवादित बयान दे दिया है। वहीं सरकार विरोधी नारेबाजी के साथ लघुसचिवालय में बीजेपी और जेजेपी गठबंधन की सरकार का पुतला भी फूंका गया है।
सिरसा लघु सचिवालय में धरना दे रहे किसानों के समर्थन में पहुंचे महम के विधायक बलराज कुंडू ने राज्य के गृहमंत्री अनिल विज को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा है कि विज साहब कंगना से इश्क कर बैठे हैं। उनको किसानों का दर्द व उनपर पड़ी लाठी नहीं दिखाई दे रही है। गृहमंत्री अनिल विज को कंगना की चिंता है लेकिन किसानों की कोई सुध नहीं है।
बीजेपी के मंत्रियों और नेताओं के लाठीचार्ज को लेकर दिए जा रहे विरोधाभासी बयान को लेकर बलराज कुंडू ने कहा है कि प्रदेश के 80 प्रतिशत विधायकों को चुनने वाले किसान व कमेरे वर्ग की आज दुर्दशा हो रही है। किसानों को डर के माहौल में अपने हक मांगने पड़ रहे हैं। धरना-प्रदर्शन कर किसानों को खराब फसलों का मुआवजा मांगना पड़ रहा है। बलराज कुंडू ने कहा किसानों पर बरसाई गई एक-एक लाठी मनोहर लाल खट्टर की तानाशाही सरकार के ताबूत में कील ठोकने का काम करेगी।
खराब फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर किसानों का धरना आज 8वें दिन भी लघु सचिवालय में जारी रहा। आज धरना स्थल पर महम के विधायक बलराज कुंडू पहुंचे। प्रदर्शनकारी किसानों के साथ उन्होंने लघुसचिवालय में सरकार का पुतला फूंका, वहीं किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक उन्हें मुआवजा नहीं मिलता उनका धरना निरंतर जारी रहेगा।
मीडिया से बातचीत करते हुए बलराज कुंडू ने गृहमंत्री व बीजेपी नेताओं के लाठीचार्ज को लेकर दिए जा रहे विरोधाभासी बयानों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा प्रदेश की 90 सीटों में से 80 सीटों पर विधायकों को किसान व कमेरा वर्ग ही चुनता है। लेकिन आज वही किसान, कमेरा वर्ग व आढ़ती सरकारी की दमनकारी नीतियों का शिकार हो रहे हैं। इन वर्गों को डर के साए में अपने हक मांगने के लिए धरने-प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ रहा है। इन सभी वर्गों ने अब सरकार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत कर दी है। उन्होंने कहा कि किसानों पर बरसाई गई एक-एक लाठी प्रदेश की खट्टर सरकार के ताबूत में कील ठोकने का काम करेगी और इस तानाशाह सरकार को सत्ता से बाहर करने का काम करेगी।