मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार दिल्ली में केजरीवाल सरकार के स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) की मुश्किलें कम होने का नाम ही नही ले रही है। उनको मंत्री पद से हटाने की मांग वाली याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में दी गयी है। जानकारी के मुताबिक 30 मई को प्रवर्तन निदेशालय ने सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था, वो अभी न्यायायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद है, इससे पहले उनकी जमानत याचिका को भी दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा तगड़ा झटका देते हुए खारिज कर दी गयी थी।
याचिका में कहा गया है कि मनी लांड्रिंग मामले में सत्येन्द्र जैन न्यायिक हिरासत में हैं और अभी भी दिल्ली के मंत्री हैं। याचिका में मांग की गयी है की जिस तरह किसी कर्मचारी को न्यायायिक हिरासत में रहने पर उसके पद से बर्खास्त कर दिया जाता है उसी तरह सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) को भी मंत्री पद से बर्खास्त कर देना चाहिए। याचिका पर आज दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होने वाली है।
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सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) 30 मई को ईडी ने गिरफ्तार किया था। इससे पहले 9 जून को कोर्ट ने उन्हें 13 जून तक के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कस्टडी में भेज दिया था। मंगलवार को ईडी ने कहा था कि मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच के दौरान सत्येंद्र जैन और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ छापेमारी में 2.85 करोड़ रुपए की नकदी और सोने के 133 सिक्के जब्त किए गए हैं।
अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी सत्येंद्र जैन का लगातार बचाव कर रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा है कि उन्होंने खुद सारे कागजात देखे हैं और सत्येंद्र जैन निर्दोष हैं। केजरीवाल ने जैन को कट्टर ईमानदार बताया है।
बता दें की 1 जुलाई को सत्येंद्र जैन के दो सहयोगियों वैभव जैन और अंकुश जैन को दो मामलों में नामजद बनाते हुए गिरफ्तार किया गया था। गौरतलब हो की सत्येंद्र जैन उनकी पत्नी, अजित कुमार जैन , सुनीलमुमार जैन, वैभव जैन और अंकुश जैन पर पीसी अधिनियम, 1988 की धारा 13(2) के साथ 13(A) के तहत सीबीआई के प्राथमिकी दर्ज कर मनी लॉन्ड्रिंग केस की जाँच शुरू की गई थी।