प्रदीप कुमार की रिपोर्ट – यूक्रेन संकट और वहां पर बने ताजा हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अहम समीक्षा बैठक की है। दिल्ली में आयोजित इस बैठक में पीएम मोदी ने ऑपरेशन गंगा अभियान की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान यूक्रेन से भारतीयों को निकालने और वहां के हालात पर भी अहम चर्चा हुई। मीटिंग में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और NSA अजीत डोभाल के अलावा वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ने के बाद से पीएम मोदी लगातार ऐसी समीक्षा बैठकें कर रहे हैं और आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं। यूक्रेन पर समीक्षा बैठक के बाद पीएम मोदी ने यूपी के मिर्जापुर में चुनावी रैली के दौरान यूक्रेन के हालात को लेकर बड़ी बातें कही।
मिर्जापुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे अभियान का जिक्र किया। पीएम ने उम्मीद जताई कि यह अभियान जल्द पूरा होगा।
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प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन संकट पर कहा है कि, ”अभी यूक्रेन की स्थिति सारी दुनिया देख रही है।युद्ध में फंसे अपने एक एक नागरिक को,हमारे छात्रों को वापस लाने के लिए भारत दिन रात जुटा हुआ है।पीएम मोदी ने कहा कि ‘ऑपरेशन गंगा‘ चलाकर हम हजारों बच्चों को यूक्रेन से सुरक्षित ला चुके हैं।जो अभी भी वहां फंसे हुए हैं, उन्हें लाने के लिए लगातार भारत के हवाई जहाज वहां से लगातार उड़ान भर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे अभियान ‘ऑपरेशन गंगा‘का विशेष जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा कि,”जिस अभियान के साथ मां गंगा का नाम जुड़ा है, मुझे विश्वास है कि वो अभियान सफल होकर ही रहेगा” प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि, ”संकट चाहे जितना भी गहरा हो,भारत के प्रयास उससे भी ज्यादा बड़े रहे हैं, उससे भी ज्यादा दृढ़ रहे हैं।
इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना संकट का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना में हमारे लाखों भारतीय पूरी दुनिया में फंसे हुए थे।भारत ने ‘ऑपरेशन वंदे भारत‘ चलाकर अपने एक–एक नागरिक को वापस लाने में मदद की।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि अफगानिस्तान में हजारों भारतीय संकट में फंसे तो हमने ‘ऑपरेशन देवी शक्ति‘ चलाकर अनेकों भारतीयों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला।पीएम मोदी ने कहा कि इस समय पूरा विश्व इस शताब्दी के बहुत नाजुक दौर में हैं। महामारी,अशांति,अनिश्चितता इससे आज दुनिया के अनेक देश प्रभावित हो रहे हैं।