दिल्ली।(रिपोर्ट- विश्वजीत झा) देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर आम आदमी पार्टी ने अब सीपीसीबी की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। आम आदमी पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने सीपीसीबी को सेंट्रल पॉलिटिकल कंट्रोल बोर्ड का नया नाम भी दे दिया है।
दिल्ली में मौसम के बदलाव के साथ प्रदूषण पर राजनीति और भी तेज होती जा रही है। एक तरफ दिल्ली सरकार ने युद्ध स्तर पर प्रदूषण के विरुद्ध अभियान की शुरुआत की है। तो दूसरी ओर राजनीतिक बयानबाजी का दौर भी जारी है। आम आदमी पार्टी ने अब सीपीसीबी की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। आप विधायक और प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने सीपीसीबी का नाम सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से बदलकर सेंट्रल पॉलिटिकल कंट्रोल बोर्ड रख दिया है। भारद्वाज ने कहा कि सीपीसीबी राजनीति से प्रेरित होकर काम कर रहा है।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली-एनसीआर में चलने वाले 13 थर्मल प्लांट और करीब सवा दो हजार ईट भट्टों के बारे में सीपीसीबी को निशाने पर लिया। भारद्वाज ने कहा कि प्लांट और ईट भट्टों की तकनीक बदलने के लिए पिछले कई साल से यूपी, हरियाणा और अलग-अलग राज्य की सरकारों को कहा जा रहा है पर अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। दिल्ली इकलौता राज्य है जहां दो थर्मल प्लांट बंद कर दिए गए।
आम आदमी पार्टी ने अगले दो-तीन दिनों में दिल्ली की आबोहवा बिगड़ने की आशंका जताई है और यह भी साफ कर दिया है कि इसके पीछे दिल्ली का प्रदूषण नहीं बल्कि हरियाणा और पंजाब में जलने वाली पराली का प्रदूषण जिम्मेदार होगा।