गुरुग्राम। (रिपोर्ट- गुलशन ग्रोवर) साइबर सिटी गुरुग्राम में पारस हॉस्पिटल में पार्किंग के नाम पर लूट चल रही है। फ्री पार्किंग के नाम से नगर निगम से टैक्स में 100 प्रतिशत छूट लेने के बावजूद पारस हॉस्पिटल में आम जनता से पार्किंग का पैसा लिया जा रहा है। पार्किंग के एवज में रोजाना हजारों की संख्या में वाहनों से पैसे वसूले जाते हैं और वहीं नगर निगम को भी सालभर में करोड़ों का चूना लग रहा है।
आपको बता दें, गुरुग्राम के नगर निगम क्षेत्र के दायरे में आने वाले पारस हॉस्पिटल में पार्किंग के नाम पर लोगों से अवैध वसूली की जा रही है । जबकि हॉस्पिटल में जो ओपन एरिया होता है उसके ऊपर कोई भी व्यवसायिक गतिविधि चलाने की अनुमति नहीं होती व ओपन एरिया में व्यवसायिक गतिविधि अवैध हैं ।
इसकी मामले की जानकारी मिलने पर अधिकार मंच के आरटीआई कार्यकर्ता रमेश यादव पारस हॉस्पिटल पहुंचे। यहां पर पहुंचने के बाद जैसे ही उन्होंने अपनी गाड़ी हॉस्पिटल के गेट से अंदर की, वहीं पर ही उन्हें पार्किंग की पर्ची दे दी गई। जिसमें प्रत्येक गाड़ी की एंट्री पर 30 रुपए , 12 घंटे के लिए 50 रुपए और 24 घंटे के लिए 80 रुपये रेट निर्धारित किया हुआ है।
हालांकि, इस पूरी घटना पर आरटीआई कार्यकर्ता ने इसका विरोध भी किया तो पर्ची देने वाले लड़के ने अपने मैनेजर को बुला लिया । मैनेजर ने बताया कि गुरुग्राम के सभी हॉस्पिटलों में पार्किंग का चार्ज लिया जाता है। इसीलिए हम भी यहां पार्किंग का चार्ज ले रहे हैं। बिना पार्किंग का चार्ज दिए हम कोई भी गाड़ी गेट के अंदर नहीं खड़ी होने देते। वहीं आरटीआई कार्यकर्ता ने यह भी कहा कि जब उन्होंने नगर निगम की साइट पर पारस हॉस्पिटल की प्रॉपर्टी टैक्स का नोटिस खोजा तो नोटिस में पता चला कि हॉस्पिटल ने बेसमेंट टू को पार्किंग दिखाया है और फ्री पार्किंग होने के कारण उस पर 100 प्रतिशत टैक्स में छूट ली है।
फिलहाल, अब इस पूरे मामले की शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता ने सेक्टर-43 पुलिस स्टेशन में दे दी है। ऐसे में देखना होगा कि हॉस्पिटल द्वारा की जा रही पार्किंग में अवैध वसूली को लेकर नगर निगम और पुलिस प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।