किसान आंदोलन ( रिपोर्ट- विनय सिंह): किसान आंदोलन को लेकर सरकार और किसान के बीच तकरार जारी है एक तरफ जहां किसान अपनी जिद्द को लेकर बार्डर पर अड़े हुए हैं वहीं दूसरी तरफ सरकार भी कानून रद्द करने को राजी नहीं है लेकिन आगे क्या होना है इसका फैसला आज सुप्रीम कोर्ट करेगा । सुप्रीम कोर्ट के फैसले से आज किसानों का रास्ता भी साफ हो जाएगा कि उन्हें आगे क्या करना है और सरकार का भी ।
गौरतलब है कि अब तक किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में तीन याचिका दायर की जा चुकी है जिस पर बुधवार को सुनवाई होगी । मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे,जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस वी रामासुब्रमण्यम की बेंच इन याचिकाओं पर सुनवाई करेगी ।
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कोर्ट में दायर की गई याचिकाओं में से एक पक्ष का कहना है कि किसान आंदोलन को बार्डर से स्थानांतरित कर देना चाहिए क्योंकि इस तरह से प्रदर्शन करने पर कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है और साथ ही रोड ब्लाॅक होने की वजह से ईमरजंसी सेवाएं भी बाधित हो रही है ।
वही दूसरे पक्ष की याचिका में किसानों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट सरकार को किसान कानून पर विचार करने के निर्देश दें इसके अलावा किसानों ने NHRC से आंदोलन के दौरान किसानों पर हुए हमले की रिपोर्ट याचिका में देने का निर्देश भी दिया है ।
फिलहाल किसान आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति क्या होगी यह सुप्रीम कोर्ट के आज के फैसले पर तय होगा ।