(प्रदीप कुमार की रिपोर्ट) – राज्यसभा में अमर्यादित आचरण के आरोप में निलंबित विपक्षी सांसदों के मुद्दे पर सत्तापक्ष–विपक्ष के बीच टकराव बढ़ने लगा है। विपक्ष के मार्च को लेकर केंद्र सरकार ने जोरदार पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि सदन में राहुल गांधी चर्चा नहीं करते और बाहर गैर जिम्मेदाराना बयान देते हैं। केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी विपक्ष के मार्च पर हमला बोला।विपक्ष पर हमलावर संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सवाल उठाया कि टेबल क्या नाचने के लिए है!
संसद में विरोध तो हमने भी किया है, लेकिन टेबल पर नाचकर, टीवी स्क्रीन फेंक कर, किताबें आसन पर फेंक कर, माइक तोड़कर या आसन पर सवाल उठाकर हमनें कभी विरोध नहीं किया। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष को निलंबित सांसदों के आचरण पर कोई अफसोस नहीं है और ना ही वह कोई प्रायश्चित करना चाहते हैं।
इसी के साथ विपक्ष के मार्च पर हमलावर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि संसद में मार्च करने का नाटक करने वाले लोगों को देश की जनता पहले ही दो–दो बार मार्चिंग ऑर्डर दे चुकी है और तीसरी बार भी देगी। यदि ये लोग हमारे लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला व्यवहार आगे भी करते रहेंगे, तो जनता इन्हें एकदम ‘ज़ीरो‘ कर देगी।
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इससे पहले 12 निलंबित सांसदों की बहाली की मांग को लेकर राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे से नाराज सभापति वेंकैया नायडू ने कड़ी नाराजगी जताई है।विपक्ष के शोर–शराबे पर सभापति ने कहा कि इस तरह सदन नहीं चल सकता है।
सभापति ने निलंबित सदस्यों के अमर्यादित आचरण का विस्तार से एक बार फिर जिक्र किया, सभापति वैंकया नायडू ने हैरानी जताते हुए कहा कि जिन लोगों को अपने किए पर पछतावा होना चाहिए वे अब भी जिद पर अड़े हुए हैं। यह उचित नहीं है। सदन के वेल में आना, टेबल पर चढ़ना, कागज फेंकना, मंत्री के हाथ से कागज छीनना और चेयर को चुनौती देने जैसी हरकतें असंसदीय और अलोकतांत्रिक हैं। इस पर भी उन्हें कोई पश्चाताप नहीं है, इस पर हम क्या कर सकते हैं।