प्रदीप कुमार की रिपोर्ट – यूक्रेन में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी के मुद्दे पर पीएम मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक में हालात की समीक्षा की।
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की कठिन परिस्थितियों के कई वीडियो सामने आने के बीच केंद्र सरकार ने यूक्रेन में फंसे छात्रों समेत भारतीयों को बाहर निकालने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए चार केंद्रीय मंत्रियों को युद्धग्रस्त देश के पड़ोसी देशों मे भेजने का फैसला किया है।
यूक्रेन पर पीएम मोदी की उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरण रिजिजू और जनरल वी के सिंह यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और रोमानिया जायेंगे।
मोदी सरकार के ये मंत्री भारत के विशेष राजदूतों के रूप में यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे और उन देशों की यूक्रेन से सटी सीमाओं के रास्ते भारतीय छात्रों को निकाल लेने की कोशिश करेंगे।
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मोदी सरकार के ये चारों मंत्री इन देशों के रास्ते यूक्रेन से निकाले जा रहे भारतीय नागरिकों की मदद करेंगे और उन्हें स्वदेश लाने के अभियान में बेहतर तालमेल स्थापित करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीयों को यूक्रेन के निकालने के अभियान के लिए समन्वय का काम रोमानिया और मोल्दोवा से संभालेंगे, जबकि केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू स्लोवाकिया जाएंगे। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी हंगरी जाएंगे और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह भारतीयों को निकालने का प्रबंध करने के लिए पोलैंड जाएंगे।
इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इन देशों के विदेश मंत्रियों से फोन पर बात कर पूरे अभियान की सफलता पर बातचीत की। इससे पहले प्रधानमंत्री ने रविवार शाम भी भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से वापस लाने की प्रक्रिया की समीक्षा की थी।
इन मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने का फैसला करने से पहले पीएम मोदी ने कहा था कि युद्धग्रस्त देश में भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें बाहर निकालना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।