नई दिल्ली (रिपोर्ट- विनय सिंह): हाथरस में एक युवती के साथ कथित गैंगरेप मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूछे गए विभिन्न सवालों के जवाब में बुधवार को हलफनामा दायर किया है। हलफनामे में उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया है कि इस मामले की जांच सीबीआई की निगरानी में होनी चाहिए। हलफनामे में सरकार ने यह भी कहा है कि पीड़ित के परिवार वालों और गवाहों को तीन स्तरीय सुरक्षा दी जा रही है और मंगलवार को सीबीआई ने इस केस में जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि हलफनामे में यह भी कहा गया है कि पीड़ित परिवार की ओर से एडवोकेट सीमा कुशवाहा मामले की पैरवी कर रही हैं और गांव की सीमा के साथ कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी की जा रही है। इसके अलावा पुलिस और अन्य सुरक्षा कर्मियों को भी जगह जगह पर तैनात किया गया है।
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इलाहाबाद हाईकोर्ट की सुनवाई में क्या हुआ ?
उधर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी इस मामले में स्वत संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। इलाहाबाद हाईकोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 2 नवंबर को होगी। यूपी सरकार की तरफ से कोर्ट में अपील की गई कि सीबीआई को समयबद्ध तरीके से जांच पूरी करने का आदेश दें साथ ही अदालत खुद भी इसकी निगरानी करे।
वहीं यूपी सरकार ने गुजारिश करी है कि अदालत सीबीआई को हर 15 दिन में जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को देने के लिए कह सकती है जिसे यूपी के डीजीपी द्वारा अदालत में दाखिल किया जा सकता है।