उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री व पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का बीते दिन गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था। वह कोरोना संक्रमित होने के बाद अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुए थे। जिसके बाद से राजनीतिक और क्रिकेट गलियारे में शोक की लहर है और आज उनका हापुड़ के ब्रजघाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। दुनिया को अलविदा कहकर चेतन चौहान आज पंचतत्व में विलीन हो गए।
चेतन चौहान का आज हापुड़ के ब्रजघाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, उनके बेटे विनायक चौहान ने पीपीइ किट पहनकर उनकी चिता को मुखाग्नि दी। चौहान के परिजनों, राजनेताओं, समाजसेवियों और शहरवासियों ने चेतन चौहान को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
चेतन चौहान के पार्थिक शरीर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल से घर लाया गया है, उनका घर दिल्ली के मयूर बिहार में है। चेतन चौहान के अंतिम संस्कार से पहले नोएडा के कमिश्नर आलोक सिंह ने पार्थिक शरीर के अंतिम दर्शन किए थे और शोकाकुल परिवार से मिलकर संवेदनाएं व्यक्त की। चेतन चौहान को श्रद्धांजलि देने कई नेता और अन्य जानने वाले लोग भी पहुंचे। इसके कुछ देर बाद हापुड़ के ब्रजघाट पर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
बीते दिन चेतन चौहान के निधन से आहत राजनेताओं और क्रिकेटरों ने अपना शोक प्रकट कर संवेदनाएं व्यक्त की थीं। जिसमें पीएम मोदी, सीएम योगी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, राज्यपाल आनंदी बेन, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, विरेंद्र सहवाग, विराट कोहली समेत तमाम खिलाड़ियों और नेताओं ने चौहान के निधन पर अपना दुख जाहिर किया था।
आपको बता दें, ज्योतिबा फुले नगर की नौगांव सादात सीट से विधायक व उत्तर प्रदेश सरकार में सैनिक कल्याण, होमगार्ड, पीआरडी और नागरिक सुरक्षा मंत्रालय मंत्री रहे 73 वर्षीय चेतन चौहान यूपी के दूसरे कैबिनेट मंत्री हैं, जिनका निधन कोरोना के कारण हुआ है। इससे पहले प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमला रानी वरुण का भी कोरोना से निधन हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कैबिनेट की बैठक बुलाकर चेतन चौहान को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही उन्होंने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा था कि चेतन चौहान का निधन मंत्रिमंडल के लिए बड़ी क्षति है।
चेतन चौहान के निधन से उनके पैतृक गांव में शोक छाया हुआ है। बुलंदशहर जनपद स्थित उनके पैतृक गांव पवसरा में शोक छाया है। ग्रामीणों ने चेतन चौहान के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। बीजेपी के औरंगाबाद मंडल अध्यक्ष ज्ञानेंद्र भारद्वाज के अनुसार चेतन चौहान मूल रूप से गांव पवसरा के निवासी थे। इनके पिताजी मूढापांडे मुरादाबाद में परिवार के सदस्यों के साथ जाकर बस गए थे, जबकि अन्य परिवारीजन आज भी गांव पवसरा में ही रहते हैं।