यमुनानगर (राहुल सहजवानी): जिंदा तो जिंदा मुर्दा भी इन दिनों परेशान सड़कों पर पानी जमा होने से परेशान है। सड़क पर खड़े पानी में से शव यात्रा निकालने को ग्रामीण मजबूर है। यहां तक की बच्चे भी दो-दो फुट पानी में से होकर स्कूल पहुंचते हैं। खबर हरियाणा के यमुनानगर से, जहां लोगों को अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए और अर्थी को कंधों पर उठा कर गंदे पानी से गुजरना पड़ता है। गांव वाले इस बात को लेकर अधिकारियों से लेकर एमएलए मेयर तक अवगत करवा चुके है।
विकास के दावों की पोल खोलती और कई सवाल खड़े ये खबर करती हरियाणा के यमुनानगर नगर निगम के वार्ड नंबर 12 के गांव कामी माजरा की है। यहां किसी की मौत हो जाने पर सड़क पर खड़े कई कई फुट पानी में से होकर गुजरना पड़ता है। आज इसी गांव के जागीर नामक व्यक्ति की मौत हो गई। जब उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाने लगा तो मुख्य रास्ते में कई-कई फुट पानी था। कोई और रास्ता ना होने के चलते मजबूरी में गांव वासी इसी रास्ते से होकर शव को कंधों पर लेकर पानी मे से गुजरना पड़ा। शव यात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी खूब वायरल हो रहा हैं।
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यहाँ के लोगो का कहना है कि इस पानी की समस्या को लेकर वह कई बार नगर निगम के पार्षद व अधिकारियों के यहां चक्कर लगा चुके हैं। थोड़ी सी वर्षा में कई-कई फुट पानी भर जाता है। 12 महीने गांव से निकलने वाली सड़क पर पानी खड़ा रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि आने जाने के लिए सड़क बनाई गई, लेकिन पानी निकासी का प्रबंध नहीं किया गया। जिसके चलते इस सड़क पर 12 महीने पानी खड़ा रहता है। आसपास की नाली का गंदा पानी भी इसी सड़क पर आ जाता है, जिसके चलते लोग बाइक समेत सड़क पर गिर भी जाते हैं, चोटिल हो जाते हैं।वही स्कूल के बच्चे भी रोज गंदे पानी से भीग स्कूल पहुंचते है और बीमार हो जाते हैं।
वहीं नगर निगम के मेयर मदन चौहान का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में है। पानी निकासी का प्रबंध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज अचानक तेज वर्षा आई जिसके चलते पानी निकासी नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि पानी निकासी के लिए जल्दी ही प्रोजेक्ट बनाकर इस समस्या का स्थाई समाधान किया जाएगा।