विक्टोरिया– भारतीय मूल के वैवेल रामकलावन सेशेल्स के राष्ट्रपति बन गए हैं। 43 साल बाद विपक्ष का कोई नेता हिंद महासागर के द्वीपीय देश सेशेल्स का राष्ट्रपति चुना गया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए रामकलावन को राष्ट्रपति चुने जाने पर शुभकामनाएं दीं और भारत-सेशेल्स के बीच सुखद आपसी संबंधों की भी बात कही।
Felicitations to H.E. @wavelramkalawan on his historic win in the Presidential and Assembly elections in Seychelles. We look forward to a strengthening of the close and traditional relationship between India and Seychelles under his leadership
— Narendra Modi (@narendramodi) October 25, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सेशेल्स के लोगों को बधाई। यह लोकतंत्र के लिए एक जीत है, एक सामान्य मूल्य जो भारत और सेशेल्स को बांधता है। हम उनके नेतृत्व में भारत और सेशेल्स के बीच घनिष्ठ और पारंपरिक संबंधों को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं। बता दें कि रामकलावन की जड़ें बिहार से जुड़ी हैं। वह पादरी भी रह चुके हैं।
रामकलावन को 54 फीसदी वोट मिले
आपको बता दें कि सेशेल्स चुनाव आयोग के प्रमुख डैनी लुकास ने रविवार को कहा कि रामकलावन को 54 फीसदी मत मिले हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी डैनी फॉरे को मात दी है। निवर्तमान राष्ट्रपति फॉरे को सिर्फ 43 फीसद मत मिले। रामकलावन की पार्टी का नाम लिनयोन डेमोक्रेटिक सेसेलवा पार्टी है।
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एक लाख से कम आबादी वाले पूर्वी अफ्रीकी देश सेशेल्स में गुरुवार से शनिवार तक राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुए थे। करीब 75 फीसदी लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया। 1977 के बाद से सेशेल्स में ऐसा पहली बार हुआ जब विपक्ष का कोई नेता राष्ट्रपति निर्वाचित हुआ है। इससे पहले फॉरे की यूनाइडेट सेशेल्स पार्टी पिछले 43 साल से सत्ता में थी।