आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि पंजाब के नए मुख्यमन्त्री चन्नी ने राज्य का 50 फीसदी हिस्सा केंद्र को सौप दिया है। पार्टी नेता और पंजाब के सह प्रभारी राघव चढ्ढा ने कहा कि 1 अक्टूबर को चन्नी प्रधानमंत्री से मिले। 4 अक्टूबर से चन्नी सहाब गवर्नर से मिले। 5 को अमित शाह से मिले। और 14 अक्टूबर को केंद्र सरकार ने पंजाब के अंतराष्ट्रीय बॉर्डर पर बीएसएफ़ का दायरा 15 किमी से बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया। जिसके बाद 50362 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाले पंजाब में 27600 किमी अब BSF के अधीन आ गया।
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दरअसल मामला केंद्र सरकार के बीएसएफ एक्ट में बदलाव से जुड़ा है। केंद्र सरकार ने अन्तराष्ट्रीय सीमा पर हथियार और ड्रग की तस्करी को रोकने के लिए पांच राज्यो के सीमा क्षेत्र में संशोधन किया। पंजाब असम और बंगाल में बीएसएफ के दायरे को 15 किमी से बढ़ाकर 50 किमी किया गया है जबकि राजस्थान में 50 किलोमीटर का दायरा बरकरार है। वही गुजरात मे दायरे को 80 किमी से घटाकर 50 किमी किया गया है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि पंजाब में बीएसएफ का दायरा बढ़ाने से पूरा माझा क्षेत्र जबकि मालवा और दोआबा का एक बड़ा हिस्सा केंद्र सरकार चलाएगी। राघव ने आरोप लगाया कि ये राष्ट्रीय सुरक्षा नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजनीति का मसला है।
पंजाब चुनाव करीब है लिहाजा आम आदमी पार्टी इस बदलाव के पीछे राजनीतिक संभावनाओ को ज्यादा अहम बता रही है। हॉलाकि ये भी नही भूलना चाहिए कि मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुडा है जिसपर कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार का अपना अधिकार है।