नई दिल्ली: बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली 49 साल के हो गए हैं। ‘प्रिंस ऑफ कोलकाता’ और ‘रॉयल बंगाल टाइगर’ के नाम से जाने-जाने वाले दादा ने अपने क्रिकेट करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
सौरव गांगुली एकमात्र क्रिकेट कप्तान थे, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई पहचान दिलाई। उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी का हर कोई कायल था।
दादा ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 1996 में क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स से की। जहां उन्होंने 131 रन की शानदार पारी खेली।
उन्होंने 113 टेस्ट मैचों में 7212 और 311 वनडे खेलने के बाद 11363 रन अपने खाते में जोड़े। साथ ही उनके नाम भारत की ओर से वर्ल्ड कप में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड भी है।
लंबे समय से भारत को अपनी धरती पर शेर और विदेशी जमीन पर मेमना माना जाता था। लेकिन इस भ्रम को तोड़ा सौरव गांगुली ने, उन्हीं की कप्तानी थी। जिसमें भारतीय टीम ने ना सिर्फ घरेलू जमीन पर मैच जीते बल्कि विदेशी धरती पर भी अपना लोहा मनवाया।
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दुनियाभर में की ‘दादागिरी’ साल 1996-98 के दौरान कनाडा में भारत और उसके चिर- परिचित प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के बीच पांच वनडे मैचों की द्विपक्षीय सीरीज सहारा कप खेला गया था।
जिसके दूसरे संस्करण यानी की 1997 में गांगुली की कप्तानी में भारत ने 4-1 से जबरदस्त जीत हासिल की। साथ ही इस सीरीज के बाद भारत को पांच ‘मैन ऑफ द मैच’ से भी नवाजा गया।
इसके बाद 1998 में ढाका में हुए इंडिपेंडेंस कप में भी भारतीय टीम ने पाकिस्तान को पछाड़ कर खिताब पर अपना कब्जा जमाया।
फिर साल 2000-2001 के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में लगातार 15 मैच जीतकर भारतीय टीम जीत के रथ पर सवार थी। जिसके बाद कंगारुओं की टीम ने भारत का दौरा किया।
स्टीव वॉ की कप्तानी में तीन मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर आसान जीत दर्ज की। जिसके बाद लगा ऑस्ट्रेलिया ही इस मैच को जीतेगी लेकिन हुआ बिलकुल इसके उल्ट।
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दरअसल राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की रिकॉर्डतोड़ पार्टनरशिप के कारण भारत ने इस मैच को भी अपने खेमे में कर लिया था।
वहीं, इसके बाद भारत ने चेन्नई टेस्ट भी जीतकर सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने कोलकाता टेस्ट जीत कर ऑस्ट्रेलिया के लगातार 16 जीत के रिकॉर्ड को धराशाही कर दिया।
भारत की साल 2001 में इंग्लैंड में मिली नेटवेस्ट सीरीज जीत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। ये नेटवेस्ट सीरीज जीत भारतीय क्रिकेट की सबसे यादगार जीत में से एक है।
सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को फाइनल में एक बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए हराकर खिताब जीता। इस जीत की खुशी में सौरव गांगुली ने अपनी जर्सी उतारकर हवा में लहराई।
सौरव गांगुली ने ये इंग्लैंड के खिलाड़ी एन्ड्रू फ्लिंटॉफ को जवाब दिया था, जिसने उससे ठीक पहले भारत में वनडे सीरीज जीतने पर जर्सी उतारी थी।