नई दिल्ली: कृषि सुधार कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान 22 जुलाई को राष्ट्रीय राजधानी के जंतर मंतर पर धरना देंगे।
किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि कल करीब 200 किसान धरना में शामिल होंगे। धरना में शामिल होने वाले किसानों के बारे में निर्णय संयुक्त किसान मोर्चा करेगा।
किसान बसों से धरना स्थल पर पहुंचेंगे। किसान पुलिस की निगरानी में आएंगे और शाम को धरना समाप्त कर देंगे। धरना शांतिपूर्ण होगा और कोरोना नियमों का पालन किया जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने संसद के मानसून सत्र के दौरान धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। किसान संगठनों और सरकार के बीच 11 दौर की बातचीत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका था।
पिछले सात माह से अधिक समय से किसान राजधानी की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जंतर-मंतर पर प्रदर्शन से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
मुख्य हाइवे के अलावा दिल्ली आने वाले सभी रूट 24 घंटे निगरानी में है। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने पर्याप्त तैनाती की है, ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है।
सीनियर अधिकारी शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन सुनिश्चित करने और कानून व्यवस्था की स्थिति पैदान नहीं होने के लिए अब भी किसान नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं।
22 जुलाई से 9 अगस्त तक सुबह 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक संयुक्त किसान मोर्चा के अधिकतम 200 प्रदर्शनकारी किसानों को प्रदर्शन की अनुमति दी गई है। हालांकि, किसानों को संसद के पास जाने की परमिशन नहीं है।