नई दिल्ली– भारतीय वायुसेना को और भी सशक्त करने के लिए हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात 5 राफेल विमानों को आज औपचारिक रूप से वायुसेना के बेड़े शामिल कर लिया गया। इस दौरान राफेल लड़ाकू विमानों को वॉटर कैनन से सलामी भी दी गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस मौके पर अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर मौजूद रहे। भारत के रक्षा मंत्री के साथ ही इस मौके पर फ्रांस की रक्षा मंत्री भी मौजूद रहीं। यह एयरक्राफ्ट 17 स्क्वॉड्रन ‘गोल्डन ऐरोज‘ का हिस्सा बन गया है।
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि आज, ‘Rafale’ induction ceremony में, सर्वप्रथम मैं France की Defence Minister, Florence Parley का, अपनी और देशवासियों की ओर से हार्दिक स्वागत करता हूँ। इस event में आपकी मौजूदगी वर्षों से चली आ रही हमारी मजबूत defence partnership को दर्शाती है।
आज, ‘Rafale’ induction ceremony में, सर्वप्रथम मैं France की Defence Minister, Florence Parley का, अपनी और देशवासियों की ओर से हार्दिक स्वागत करता हूँ। इस event में आपकी मौजूदगी वर्षों से चली आ रही हमारी मजबूत defence partnership को दर्शाती है: रक्षा मंत्री
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 10, 2020
29 जुलाई को 5 राफेल लड़ाकू विमान फ्रांस से भारत आए थे और अंबाला एयरबेस पर उनका स्वागत किया गया था। इन पांच राफेल विमानों में दो डबल सीटर और तीन सिंगल सीटर फाइटर जेट हैं। इनका निर्माण दसां एविएशन ने किया है।
राफेल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली के अलावा सीडीएस जनरल बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरके एस भदौरिया और अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में अंबाला एयर फोर्स स्टेशन आयोजित समारोह में औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल किया गया।
इसको लेकर फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लेनेन ने दोनों देशों के बीच सामरिक गठजोड़ के बारे में चर्चा की और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली की भारत यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में एक और कदम बताया है।