(प्रदीप कुमार) लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज सूरत स्थित भगवान महावीर विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों से “भारतीय लोकतंत्र में युवाओं की भूमिका” विषय पर संवाद किया। इस अवसर पर ओम बिरला ने भगवान महावीर फाउंडेशन और सभी विद्यार्थियों को लॉ कॉलेज के उद्घाटन की बधाई दी। स्पीकर बिरला ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज विश्व की चुनौतियों के समाधान विश्वविद्यालयों से निकलेंगे। उन्होंने आगे कहा कि देश की शिक्षा नीति नौजवानों की बौद्धिक क्षमता का विकास तो कर ही रही है, इसके साथ-साथ बहुआयामी प्रगति का पथ भी दिखा रही है। उन्होंने दोहराया कि दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियां है उनके समाधान विश्वविद्यालय में कैंपसों से निकलेंगे।
ओम बिरला ने स्पष्ट किया कि देश और राज्यों में बेहतर कानून निर्माण हेतु नौजवानों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा कि शासन प्रशासन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए भी विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। आज़ादी के अमृत काल की चर्चा करते हुए श्री बिरला ने कहा कि आज़ादी के समय से ही हमने संसदीय लोकतान्त्रिक प्रणाली को अपनाया जो आज भी शासन चलाने की सर्वश्रेष्ठ पद्धति है। उन्होंने आगे कहा कि देश की प्रगति के लिए संसदीय लोकतंत्र के अलावा कोई विकल्प नहीं है।ओम बिरला ने छात्रों का आह्वान किया कि देश का कानून सर्वोपरि रहे और सभी नागरिकों को उनके अधिकार मिले इसके लिए विधि विद्यार्थियों का बड़ा योगदान है।
देश में बढ़ती हुई आर्थिक प्रगति का उल्लेख करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि इनोवेशन और रिसर्च के आधार पर आज विश्व में भारत के नौजवान दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज हर बड़े देश में, हर क्षेत्र में भारत के नौजवान शीर्ष स्तर पर नेतृत्व कर रहे हैं।
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देश की समग्र धरोहर के विषय में ओम बिरला ने कहा कि भारत का युवा भौतिक युग के साथ साथ देश के प्राचीन इतिहास से प्रेरित आध्यात्मिक युग की ओर भी आगे बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भारत के युवा अपनी अध्यात्मिक धरोहर से जुड़े रहने के कारण तनाव और अवसाद से दूर हैं। स्पीकर बिरला ने ज़ोर देकर कहा कि भारत की धरती का गर्व है कि हमारी प्राचीनतम व्यवस्था की उत्कृष्ट शिक्षा पद्धति में गौरवपूर्ण बौद्धिक क्षमता के विकास के साथ साथ संवेदनशीलता, संवेदना, एवं मानवता पर ज़ोर दिया गया है।
देश के बढ़ते प्रोफाइल का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि हमारी प्रगति लोकतान्त्रिक संस्थाओं और लोकतंत्र के आधार पर है। उन्होंने आगे कहा कि पंचायत से पार्लियामेंट तक हर व्यक्ति को अधिकार दिए गए हैं और पारदर्शिता सुनिश्चित की गई है। अमृत काल के सन्दर्भ में ओम बिरला ने कहा कि 2047 में भारत विकसित राष्ट्र के रूप में सबसे सर्वश्रेष्ठ बनेगा और अपने सशक्त लोकतंत्र और प्रेरणादायक नेतृत्व के आधार पर विश्व में अपना उचित स्थान लेगा। देश की लोकतान्त्रिक व्यवस्था की शक्ति का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि सत्ता का सहज स्थानांतरण हमारे लोकतंत्र के शुचिता की ताकत है।