नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): रूस-यूक्रेन जंग के बीच पीएम मोदी अगले महीने 3 यूरोपीय देशों के दौरे पर जाएंगे। पीएम मोदी मई के पहले हफ्ते में जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस का दौरा कर सकते हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पीएम मोदी के इस प्रस्तावित दौरे के कूटनीतिक मायने काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। पीएम मोदी मई के पहले हफ्ते में जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस के दौरे पर होंगे। ये इस साल की पीएम मोदी की पहली विदेश यात्रा होने जा रही है, ऐसे में इसके मायने काफी ज्यादा निकाले जा रहे हैं।
इस समय रूस-यूक्रेन का युद्ध जारी है, इस वजह से भी पीएम मोदी के इस दौरे के कूटनीतिक मायने काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। दरअसल, भारत ने इस युद्ध को लेकर एक न्यूट्रल स्टैंड ले रखा है और एक बार भी रूस के खिलाफ वोटिंग नहीं की है। ऐसे में यूरोपीय देशों के दौरे के दौरान पीएम मोदी उस तल्खी को दूर करने का प्रयास कर सकते हैं।रूसी तेल खरीदने को लेकर भी जो विवाद शुरू हुआ है, उस पर भी चर्चा संभव है।
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दरअसल, यूरोप संग भारत के रिश्ते काफी महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में इस दौरे के दौरान भी पीएम मोदी द्वारा सबसे ज्यादा क्षेत्रीय सहयोग, व्यापार और अर्थव्यवस्था पर जोर दिया जाएगा। भारत की चिंता इस समय ये भी है कि यूरोपीय यूनियन देश के लिहाज से तीसरा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है।ऐसे में रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से उस साझेदारी पर कोई असर ना पड़े, भारत इसका पूरा प्रयास करने वाला है।
खबर है कि एक मई से पांच मई के बीच में प्रधानमंत्री मोदी यूरोपीय देशों के दौरे पर जा सकते हैं। हालांकि, अभी तक औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन तैयारियां सारी हो चुकी हैं। पीएम मोदी के दौरे की बात करें तो वे जर्मनी में चांसलर से मुलाकात करेंगे वहीं, डेनमार्क में पीएम का फोकस नॉर्डिक देशों से संबंध सुधारने पर रह सकता है। ये भी कहा जा रहा है कि डेनमार्क में पीएम मोदी भारतीय समुदाय के लोगों से भी बात करेंगे।