नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): फ्रांस के साथ हुई चर्चित राफेल डील को लेकर एक बार फिर से हंगामा मच गया है। फ्रेंच पब्लिकेशन मीडियापार्ट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि इस डील के लिए दसॉल एविएशन ने सुशेन गुप्ता नाम के
बिचौलिए को 7.5 मिलियन यूरो यानि 65 करोड़ रुपए दिए हैं। अब इस मामले पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं।
कांग्रेस ने इसे सबसे बड़ा रक्षा घोटाला बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राफेल घोटाला 60 से 80 करोड़ रुपये के कमीशन का नहीं है, बल्कि ये सबसे बड़ा रक्षा घोटाला है और स्वतंत्र जांच ही इसका खुलासा कर सकती है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया कि क्या ये सही नहीं है कि 26 मार्च 2019 को ईडी ने छापेमारी में बिचौलियों से रक्षा मंत्रालय के गोपनीय दस्तावेज बरामद किए थे।
ये राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने, देशद्रोह और ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट का उल्लंघन है, नए तथ्यों के सामने आने के बाद कांग्रेस ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
राफेल डील को लेकर फ्रेंच मीडिया रिपोर्ट के इस खुलासे पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी केंद्र सरकार को घेरा है।
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राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जब सत्य साथ है तो फिक्र की क्या बात है। राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं से लड़ाई जारी रखने को कहा।
वहीं, प्रियंका गांधी ने लिखा कि कालेधन की सफाई का जुमला देकर भाजपा ने देश को लाइन में लगा दिया, लेकिन भाजपा राज में काले कारनामों को छुपाने जैसे कामों की लाइन लगी है।
इधर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी इस मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कांग्रेस और गांधी परिवार को निशाने पर लिया।
संबित पात्रा ने कहा कि 2007 से 2012 के बीच दसॉल एविएशन ने एक बिचौलिए को कथित तौर पर 65 करोड़ रुपये दिए, उस समय कांग्रेस की सरकार थी।
संबित पात्रा ने कहा कि 2007 से 2012 के बीच राफेल डील में भ्रष्टाचार हुआ। कांग्रेस ने भारत में कमीशन का रिकॉर्ड तोड़ा है। राफेल डील पर राहुल गांधी ने झूठ फैलाया।
बीजेपी प्रवक्ता ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर कमीशनखोरी का आरोप भी लगाया। रॉफेल डील में कथित घोटाले को लेकर आई फ्रेंच मीडिया की रिपोर्ट ने देश में एक बार फिर राजनीतिक माहौल गरमा दिया है।