फतेहाबाद (रमेश भट्ट): एक ओर सरकार प्रदेश के हर व्यक्ति को स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाने का भरोसा दिला रही है। वहीं, गांव भूथन में हालत इसके बिलकुल विपरित नजर आ रहे हैं।
गांव में दूषित पेयजल सप्लाई हो रहा है मगर अधिकारियों को इसकी बिलकुल भी परवाह नहीं है। दूषित पेयजल से परेशान ग्रामीणों ने गांव के जलघर के बाहर प्रदर्शन किया और जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि वे दूषित पेयजल सप्लाई की समस्या को लेकर कई बार विभाग के अधिकारियों का दरवाजा खटखटा चुके हैं, मगर अधिकारी उनकी समस्या हल करने की बजाए टाल मटोल का रवैया अपनाए हुए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि इस मसले को लेकर वे ठेकेदार से लेकर विभाग के एक्सईएन को मिल चुके हैं, मगर हालत नहीं सुधरे।
अब गांव में हालत यह हो गई है कि करीब-करीब पूरे गांव में दूषित पेयजल सप्लाई हो रहा है और इसको पीने से लोग बीमार हो रहे हैं। उन्हें पेट संबंधी बीमारियां हो रही हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि उनकी इस समस्या का हल करवाया जाए, साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी है, अगर दूषित पेयजल के कारण गांव में कोई गंभीर बीमारी होती है तो इसके लिए वे संबंधित विभाग पूरी तरह से जिम्मेदार होगा और संबंधित अधिकारी के खिलाफ वे मामला दर्ज करवाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।