रेवाड़ी, (श्याम बाठला): हरियाणा के रेवाड़ी जिले से प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां याशी नाम की एक निजी कंपनी ने लगभग 80 प्रतिशत लोगों की प्रॉपर्टी आई डी गलत बना दी। अब इसे एक विडम्बना कहें या फिर रेवाड़ी नगरपरिषद में व्याप्त भ्र्ष्टाचार का बोलबाला जिसका ताज़ा उदाहरण हाल ही में देखने को मिला है।
31 पार्षदों के सुर से मिले सुर
आपको बता दें कि, रेवाड़ी में प्रॉपर्टी आई डी बनाने का काम याशी नाम की एक निजी कम्पनी को दिया गया जिसके कर्मचारियों ने उचित सर्वे न करके अपने मनमुताबिक 80 फीसदी से अधिक लोगों की प्रॉपर्टी आई डी गलत बना दी जिसका खमियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। जिसके बाद अब नगरपरिषद के 31 पार्षदों ने एक सुर में कहा कि, याशी कंपनी का ठेका जल्द से जल्द रद्द किया जाए।
शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई
गौरतलब है कि, हाल ही में रेवाड़ी के एक नागरिक ने अपने चाचा की प्रॉपर्टी आई डी पर जब नगरपरिषद के एक अधिकारी से नो ड्यूज सर्टिफिकेट मांगा तो उससे इसके बदले में दो लाख की घूस मांगी गई लेकिन उस शख्स ने इसकी शिकायत विजिलैंस को कर दी। जिसकी जांच के बाद नगरपरिषद के EO, ME और एक SDO के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई, लेकिन आज तक तीनो के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव की तीखी प्रतिक्रिया
वहीं इस पूरे मामले पर अब पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रोपर्टी आई डी के नाम पर नगरपरिषद में व्याप्त घोटाला हुआ और दोषी अधिकारियों पर इसलिए कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि उच्च अधिकारी उनके साथ मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी ID का काम सरकार को अपने सक्षम अधिकारियों से करवाना चाहिए ताकि पारदर्शिता से काम हो और लोगों को परेशानी न हो।