6 दिसंबर को बाबरी विध्वंस की बरसी को लेकर यूपी पुलिस हाई अलर्ट पर है, डीजीपी ने सभी जिले में पुलिस अधिकारियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने का आदेश दिया है, इतना ही नहीं डीजीपी ने परंपरा से हटकर किसी भी कार्यक्रम के आयोजन को मंजूरी नहीं देने का निर्देश दिया है, इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से व्यापक व्यवस्था करने को कहा गया है।
बाबरी विध्वंस की बरसी को लेकर सुरक्षा में 150 पीएसी की कंपनी लगाई गई है, जबकि सीआरपीएफ की 6 कंपनी को भी सुरक्षा में उतारा गया है, वाराणसी (काशी), मथुरा और अयोध्या में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
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यूपी पुलिस की तरफ से ये भी कहा गया है, कि तमाम संगठनों से बात की गई है ताकि कहीं कोई दिक्कत ना हो, इसके साथ ही 6 दिसंबर को वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मुस्तैद रहेंगे ।
दरअसल, 6 दिसंबर को मुस्लिम समुदाय काला दिवस के तौर पर मनाता है, तो वहीं हिंदू समुदाय के लोग इसे शौर्य दिवस के तौर पर मनाते हैं, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए यूपी पुलिस सुरक्षा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
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बता दें, कि साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या की विवादित जमीन पर रामलला विराजमान का हक माना था, जबकि मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था, चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 जजों की विशेष बेंच ने सर्वसम्मति से यह फैसला सुनाया था ।
बाबरी विध्वंस की बरसी पर भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, पूरे जिले में धारा 144 लगा दी गई है, मथुरा की सुरक्षा को लेकर डीएम नवनीत सिंह चहल ने कहा कि कुछ संगठनों ने ऐलान किया था, कि 6 दिसंबर को शाही मस्जिद में जलाभिषेक करेंगे, जिसके बाद हमने एक्शन लिया, जिले में 144 धारा लगा दी गई है ।
उन्होंने कहा, हमने 6 दिसंबर के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, मथुरा को 4 जोन में बांट कर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा. डीएम ने कहा अगर किसी ने गड़बड़ करने की कोशिश की तो हम ऐसे असामाजिक तत्वों से बेहद सख्ती से निपटेंगे ।