भलस्वा लैंडफिल साईट पर लगी आग तीसरे दिन भी धधक रही है जिससे आसपास में रह रहे लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। खासकर बूढ़े, बच्चे और मरीजों को सांस लेने में दिक्कतें हो रही हैं। ऐसे में आसपास के स्कूलों को एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है और वहां रहने वाले लोग अपने रिश्तेदारों के पास शिफ्ट हो गए हैं।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां हर साल यही हालात होते हैं लेकिन ना तो नगर निगम इसकी सुध लेता है और ना ही दिल्ली सरकार इसका हल निकाल पा रही है। लोगों का यह भी कहना है कि आसपास के लोग मजबूरी में यहां रहने को मजबूर हैं।
आग का धुआँ इसकदर फैला रहा है कि आस–पास के लोग दुकानें और घरों में ताला लगाकर कहीं दूर चले गए हैं जिससे नुकसान पहुंचाने वाले धुएं से बचा जा सके। घरों के बाहर ताले लटके हैं, गलियों में लोग नजर नहीं आ रहे हैं और जो दिख भी रहे हैं वो मजबूरी में यहां जीवन जी रहे हैं। ऐसे में फायर बिग्रेड लगातार प्रयास कर रही है कि आग पर जल्द से जल्द काबू पाया जाए। भलस्वा लैंडफिल की ऊंचाई ज्यादा होने से दिक्कतें हो रही हैं। जानकारों की मानें तो इस पर काबू पाने में और तीन से चार दिन का समय लग सकता है।