यमुना एक्सप्रेस वे को एक्सप्रेस वे कहें या फिर मौत के एक्सप्रेस वे पर लगातार सड़क हादसों में लोगों की जान जा रही है। प्रशासन कार्रवाई करने की बात करता है लेकिन जमीनी स्तर पर कार्रवाई होती हुई नजर नहीं आती जिसके चलते हादसों की संख्या लगातार जहां बढ़ रही है तो वहीं मृतकों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला ग्रेटर नोएडा जेवर कोतवाली क्षेत्र के मालिक तो माइलस्टोन 40 के पास एक ओवर लोडिंग डंपर और मथुरा की तरफ से आ रही तेज रफ्तार बोलेरो कार ने पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और कार में सवार 7 लोगों में से 5 की मौत हो गई।
कार सवार लोगों की पहचान चंद्र कांत नारायण, स्वपर्ण चन्द्र कांत, मालन विश्वनाथ कुभार, रंजना भारत पवार और नुवंजन मुजावर के तौर पर हुई है। इन सभी की कार हादसे में मौके पर ही मौत हो गई जबकि 2 लोग नारायन रामचंद्रन व सुनीता गंभीर रूप से घायल हो गए। एक्सीडेंट की खबर मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायलों को जेवर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उनका इलाज चल रहा है। वहीं मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और यमुना एक्सप्रेस वे पर टकराए वाहनों को एक्सप्रेस वे से हटाया गया है जिससे एक्सप्रेस वे पर दोबारा हादसा न हो सके।
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यमुना एक्सप्रेस वे पर बीते दिनों मथुरा के नोझिल थाना क्षेत्र में एक वैगनआर कार की टक्कर में 5 लोगों की मौत हो गई थी जबकि दो लोग वहां भी घायल हो गए थे। जिला प्रशासन ने एक्सप्रेस वे को लेकर कई फैसले लिए गए और तेज रफ्तार से चलने वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी लेकिन जमीनी स्तर पर कार्रवाई होती हुई नजर नहीं आई जिसका नतीजा एक बार फिर भीषण सड़क हादसे के रूप में सामने है।