यूक्रेन पर हमले की आशंका और बढ़ रहे तनाव के बीच वहां फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए केंद्र ने अपनी कवायद तेज कर दी हैं। दरअसल यूक्रेन और उसके सीमावर्ती इलाकों में 20 हजार से ज्यादा भारतीय रहते हैं जिसे देखते हुए भारत सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की जिसमें कहा कि भारतीय छात्रों को देश वापस आ जाना चाहिए।
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भारत ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को रेस्क्यू करने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया है। आज सुबह 7:30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से एयर इंडिया का एक विशेष विमान यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए रवाना किया गया है। यूक्रेन की राजधानी से एक विमान दिल्ली रात में पहुंचने भी वाला है। भारत सरकार ने अपने एडवाइजरी में कहा, की छात्रों को सलाह दी जाती है कि अगर विश्वविद्यालय ऑनलाइन नहीं हो रहे हैं तो भी वो वापस अपने देश चले आएं। यूक्रेन पर यूएनएससी की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने बताया है कि 20 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र और नागरिक यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहते और पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीयों की सलामती हमारी प्राथमिकता है।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने गाइडलाइन्स जारी कर यूक्रेन में रहने वाले सभी भारतीय छात्रों और उन भारतीय नागरिकों को, जिनका वहां रहना जरूरी नहीं है, उन्हें पूर्वी यूरोपीय देश को अस्थायी रूप से छोड़ने की सलाह दी थी। दो दिन पहले ही भारतीय दूतावास ने घोषणा की थी कि एयर इंडिया 22, 24 और 26 फरवरी को कीव और दिल्ली के बीच तीन उड़ानें संचालित करेगी। हालातो के हिसाब से आने वाले दिनों में भारतीयो को निकालने की दिशा में केंद्र बड़े प्रयास कर सकता है।