जबलपुर: जीएसटी मामले में जबलपुर स्टेट ऑफिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। जानकारी मिली है कि 17 महीने में एक अरब से ज्यादा की जीएसटी चुराने का मामला सामने आया है। इसके लिए 153 जाली कंपनियां बनाकर टैक्स चोरी की गई है।
बता दें, ये मामला मध्यप्रदेश के 8 जिलों का है। इन जिलों में जबलपुर , सिवनी, कटनी, छिंदवाड़ा, अनुपपुर, मंडला, शहडोल और नरसिंहपुर शामिल हैं।
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स्टेट जीएसटी के ज्वाइंट कमिश्नर सुनील मिश्रा ने कहा है कि जीएसटी चराने के लिए एक बड़ा गिरोह काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि टैक्स चोरी के 190 मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें 100 करोड़ से ज्यादा की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में 153 शेल कंपनियों पर कार्रवाई की गई है। देशभर में फैला है नेटवर्क इन शेल कंपनियों ने देशभर में व्यापार किया है।
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गरीब मजदूरों और नौकरों के नाम से खोली गई इन कंपनियों की अभी सिर्फ 153 शेल कंपनियां सामने आई हैं। लेकिन इसका नेटवर्क देशभर में फैला है।
जांच करने के बाद देशभर में कई कंपनियों का असली चेहरा सामने आ सकता है। व्यापारियों का मानना है कि ऐसे मामलों पर तभी रोक लग सकती है जब सरकार सिंगल पॉइंट एंड सिंगल टाइम टैक्स पर ध्यान देती है।
टैक्स चोरी और बोगस कंपनियों के ज़रिए व्यापार चलाने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, इसके पीछे व्यापारी ये वजह बताते हैं कि टैक्स की जटिलता के कारण ये समस्या खड़ी हो रही है। व्यापारियों का कहना है सिंगल टाइम टैक्स योजना अगर लागू होती है तो इससे टैक्स चोरी पर पूरी तरह रोक लग सकती है।